Kavi BramhaSadharan
कवि ब्रह्मसाधारण
कवि ब्रह्मसाधारण ने कई कथा ग्रंथों की रचना की है परंतु उन्होंने अपनी रचनाओं में न तो अपना परिचय अंकित किया है और न ही रचनाकाल।
ब्रह्मसाधारण भट्टारक नरेंद्र कीर्ति के शिष्य थे। ब्रह्मसाधारण की अनेक रचनाएं प्राप्त हैं। गुरु परंपरा से इनका समय 15वीं शताब्दी सिद्ध होता है।
1. कोईल पंचमी कहा
2. मऊड सत्तमी कहा
3. रविवय कहा
4. तियाल चक्र बीसी कहा
5. कुसुमांजलि कहा
6. निद्दूसि सत्तमी कहा
7. निज्झर पंचमी कहा
8. अणुपेहा
Shastra by Kavi BramhaSadharan
Category |
|
Subcategory |
|
Name |
|
Description |
|
Rachaita |
|
Tikakar/Translator |
|
Publisher |
|
Published year |
|
Edition |
|
Scan/Type |
|
Source |
|
Other Details |
|
URL |
Visit |